
दोस्तों क्या आप Sai Bavani in Hindi PDF Download करना चाहते हैं यदि हाँ तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं. आज की इस पोस्ट के माध्यम से मैं आपको शिर्डी वाले साईं बाबा की Sai Bavani in Hindi PDF Download करने की डायरेक्ट लिंक देने वाला हूँ जिसपर क्लिक करके आप उसे Download कर सकते हैं.
दोस्तों यदि आप साईं बाबा के भक्त हो तो आप निचे दी गयी Sai Bavani Lyrics को पूरा सुने इससे आपको बहुत अच्छा लगेगा इसके अलावा Sai Bavani की ५२ स्तुति दी गयी हैं जिन्हें आप रोजाना पढ़े इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और आपके मन को भी शांति मिलेगी.
Sai Bavani Lyrics in Hindi 👇 Play
Sai Bavani in Hindi PDF Download
दोस्तों अभी जो मैंने आपको साईं बावनी की लिरिक्स की ऑडियो फाइल उपलब्ध कराई है उसको तो आपने सुना ही होगा उसको सुनने के बाद आपके मन को काफी अच्छा महसूस हुआ होगा.
तो यदि आप लोग साईं बावनी Lyrics पढ़ना चाहते हैं तो नीचे संपूर्ण लिरिक्स लिखी है जिसमें 52 स्तुतियाँ हैं यदि आप रोजाना इनका अध्यन करते हैं तो इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और आपका मन भी शांत रहेगा.
जय हो शिर्डी वाले साईं बाबा की चलिए Sai bavani lyrics in hindi pdf download को पढ़ लेते हैं इसके बाद आप डाउनलोड भी कर सकते हैं.
साईं बावनी | Sai Bavani in Hindi PDF Download
जय ईश्वर जय साईं दयाल, तू ही जगत का पालनहार ॥1॥
दत्त दिगंबर प्रभु अवतार, तेरे बस में सब संसार ॥2॥
ब्रह्म्च्युत शंकर अवतार, शरणागत का प्राणधार ॥3॥
दर्शन दे दो प्रभु मेरे, मिटा दो चौरासी फेरे ॥4॥
कफनी तेरी इक साया, झोली काँधे लटकाया ॥5॥
नीम तले तुम प्रकट हुए, फ़कीर बन के तुम आए ॥6॥
कलयुग में अवतार लिया, पतित पावन तुने किया ॥7॥
शिर्डी गाँव में वास किया, लोगों का मन लुभा लिया ॥8॥
चिलम थी शोभा हाथों की, बंसी जैसे मोहन की ॥9॥
दया भरी थी आँखों में, अमृतधारा बातों में ॥10॥
धन्य द्वारका वो माई, समा गए जहाँ साईं ॥11॥
जल जाता है पाप वहां, बाबा की है धुनी जहाँ ॥12॥
भूला भटका मैं अनजान, दो मुझको अपना वरदान ॥13॥
करुणा सिंध प्रभु मेरे, लाखों बैठे दर पे तेरे ॥14॥
अग्निहोत्री शास्त्री को, चमत्कार तुने दिखलाया ॥15॥
जीवनदान शामा पाया, ज़हर सांप का उतराया ॥16॥
प्रलयकाल को रोक लिया, भक्तो को भय मुक्त किया ॥17॥
महामारी को बेनाम किया, शिर्डी पूरी को बचा लिया ॥18॥
प्रणाम तुझको मेरे ईश, चरणों में तेरे मेरा शीश ॥19॥
मन की आस पूरी करो, भव सागर से पार करो ॥20॥
भक्त भीमाजी था बीमार, कर बैठा था सौ उपचार ॥21॥
धन्य साईं की पवित्र उदी, मिटा गयी उसकी क्षय व्याधि ॥22॥
दिखलाया तुने विट्ठल रूप, काका जी को स्वयं स्वरुप ॥23॥
दामू को संतान दिया, मन उसका संतुष्ट किया ॥24॥
कृपानिधि अब कृपा करो, दीनदयालु दया करो ॥25॥
तन मन धन अर्पण तुमको, दे दो सद्दगति प्रभु मुझको ॥26॥
मेधा तुझको ना जाना था, मुस्लिम तुमको माना था ॥27॥
स्वयं तुम बन के शिव शंकर, बना दिया उसको किंकर ॥28॥
रौशनाई की चिरागों से, तेल के बदले पानी से ॥ 29॥
जिसने देखा आँखों हाल, हाल हुआ उसका बेहाल ॥30॥
चाँद भाई था उलझन में, घोड़े के कारण मन में ॥31॥
साईं ने की ऐसी कृपा, घोड़ा फिर से पा सका ॥32॥
श्रद्धा सबुरी मन में रखो, साईं साईं का नाम रटो ॥33॥
पूरी होगी मन की आस, कर लो साईं का नित्य ध्यान ॥34॥
जान के खतरा तात्या का, दान दी अपनी आयु का ॥35॥
ऋण बायजा का चुका दिया, तुने साईं कमाल किया ॥36॥
पशु पक्षी पर तेरी लगन, प्यार में तुम थे उनके मगन ॥37॥
सब पर तेरी रहम नज़र, लेते सब की खुद ही खबर ॥38॥
शरण में तेरे जो आया, तुने उसको अपनाया ॥39॥
दिए हैं तुने ग्यारह वचन, भक्तों के प्रति लेकर आना ॥40॥
कण कण में तू है भगवान, तेरी लीला शक्ति महान ॥41॥
कैसे करूँ तेरे गुणगान, बुद्धिहीन मैं हूँ नादान ॥42॥
दीन दयालु तुम हो दाता, हम सबके तुम हो भ्राता ॥43॥
कृपा करो अब साईं मेरे, चरणों में लो अब तुम्हारे ॥44॥
सुबह शाम साईं का ध्यान, साईं लीला के गुणगान ॥45॥
दृढ़ भक्ति से जो गायेगा, परम पद को वह पायेगा ॥46॥
हर दिन सुबह और शाम को, गाये साईं बावनी को ॥47॥
साईं देंगे उसका साथ, लेकर हाथों में हाथ ॥48॥
अनुभव तृप्ति के यह बोल, शब्द बढे हैं ये अनमोल ॥49॥
यकीन जिसने मान लिया, जीवन उसने सफल किया ॥50॥
साईं शक्ति विराट स्वरुप, मनमोहक साईं का रूप ॥51॥
गौर से देखो तुम भाई, बोलो जय सदगुरु साईं ॥52॥
Sai Bavani in Hindi
Sai Bavani in Hindi PDF Download
यदि आप लोग Sai Bavani in Hindi PDF Download चाहते हैं तो ऊपर डाउनलोड बटन पर क्लिक करके डाउनलोड करके अपने फोन या कंप्यूटर में इस्तेमाल कर सकते हैं. और जब चाहे जहां चाहे पढ़ सकते हैं.
मित्रों जैसा कि आप लोगों को पता ही है शिर्डी के साईं बाबा कितने ज्यादा दयालु थे वे सभी को अपना लेते थे वह हमेशा सच का साथ देते थे और जो भी उनके शरण में आता था उसको शरण में ले करके उसको ज्ञान की बातें बताया करते थे.
और उसके सभी समस्याओं का समाधान भी किया करते थे कुछ लोगों ने उन पर कई प्रकार अत्याचार किए परंतु उन्होंने कभी लोगों पर अत्याचार ना करके हमेशा उनका भला ही किया ऐसे भगवान का हमें हमेशा आदर सम्मान करना चाहिए और रोज साईं बावनी का पाठ करना चाहिए इससे आपके जीवन में कई सारे सुधा रहेंगे और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी
साईं बाबा के भक्तों के द्वारा यह हमेशा सुनने को मिलता है कि जो भी साईं बाबा में विश्वास रखता है मन में आस्था रखता है और उनकी पूजा करता है तो उसके जीवन में हमेशा सुख बना रहता है क्योंकि साईं बाबा कभी भी अपने भक्तों को दुःख या परेशानी में नहीं छोड़ते हैं
और उनकी सभी मनोकामनाएं को पूरा करते हैं जिससे उनके भक्तों हमेशा खुश रहते हैं अगर आप भी Sai Bavani in Hindi PDF Download करनाचाहते हैं डाउनलोड बटन पर क्लिक करें.
FAQs – Sai Bavani in Hindi PDF Download
साईं बाबा किसकी पूजा करते थे?
साईं बाबा हमेशा लोगों का भला चाहते थे वह लोगों की परेशानियों को दूर करने का उपचार और प्रयास किया करते थे वह लोगों को आपस में बांटते नहीं थे जो लोग अलग होते थे.
उनको भी एक साथ मिला देते थे वह हमेशा एक दूसरे की मदद करने के लिए बोलते थे. वह अपने गुरु का हमेशा सम्मान किया करते थे और इसी कार्य कि वह पूजा किया करते थे उनका यही धर्म था और यही उनकी जाती थी.
क्या साई बाबा भगवान थे या वे भी ढोंगी थे?
शिर्डी के साईं बाबा हमेशा लोगों को मारा प्रेम और स्नेह के बारे में बताया करते थे कहते थे कि सभी को मिलजुल कर रहना चाहिए और एक दूसरे की मदद करनी चाहिए उन्होंने अपने आपको इन्हीं चीजों के लिए समर्पित कर दिया था
और इसी को अपना धर्म मानते थे जो भी उनके पास आता था वह उनको अपनी शरण में ले लेते थे.
इसी कारण वहां के सभी लोग गणित बाबा के पूजा करते थे और उनकी सभी बातों का अनुसरण करते थे सीधी भाषा में कहा जाए साईं बाबा एक बहुत ही अच्छे इंसान थे और जो लोग गलत काम करते थे वह लोग हमसे नफरत करते थे लेकिन जो सच्चे इंसान थे वह सभी लोग इसे प्यार करते थे.
शिर्डी के साईं बाबा ना तो भगवान थे और ना ही ढोंगी वे बीएस लोगों को सच्चाई और अच्छाई के मार्ग पर ले जाना चाहते थे.
साईं बाबा का जन्म कब हुआ था?
साईं बाबा जन्मस्थल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अतुल चौधरी के मुताबिक, “साईंबाबा का जन्म 1838 में पाथरी में हुआ था.
शिर्डी के साईं बाबा का असली नाम क्या है?
शिर्डी के साईंबाबा का मूल नाम हरिभाऊ भुसारी था
साईं बाबा कितने साल जीवित रहे?
हालांकि साईं का जीवनकाल 1838-1918 तक माना जाता है. कब हुआ शिरडी का निर्माण: शिरडी का साईं मंदिर शिरडी गांव में साईं की समाधि के ऊपर बनाया गया है. साईं के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए इस मंदिर का निर्माण 1922 में किया गया था. साईं 16 साल की उम्र में शिरडी आए और चिरसमाधि में लीन होने तक यहीं रहे.
साईं बाबा पहले क्या करते थे?
साईं सत्चरित्र नामक किताब के मुताबिक साईं 16 साल की अवस्था में महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिर्डी गांव में आए थे। जहां वे एक सन्यासी का जीवन व्यतीत कर रहे थे। वे हमेशा एक नीम के पेड़ के नीचे ध्यान लगाकर भक्ति में लीन रहते थे। धीरे-धीरे लोग इनके उपदेशों को अपनाने लगे और इस तरह इनकी ख्याति आसपास के गांवों में बढ़ती गई।
साईं बाबा की देखभाल किसने की?
8 अक्टूबर 1918 को साईं बाबा बहुत कमजोर हो गए थे। वह द्वारकामाई (मस्जिद) की एक दीवार की ओर झुक जाता था। वहां हमेशा की तरह सभी पूजा और आरती की गई। किसी को भी उनके पास जाने की अनुमति नहीं है, शामा और नाना चाँदोरकर बाबा की देखभाल करते थे।
साईं बाबा क्या खाते थे?
साईं सतचरित के अनुसार साई बाबा सब प्रकार का भोजन करते थे। वे मांस, मछली, तम्बाकू, धूम्रपान वगैरह सब चीजों का सेवन करते थे।
साईं बाबा की मूर्ति टूट जाए तो क्या करें?
साईं बाबा की मूर्ति टूट जाए तो क्या करें?
खंडित मूर्ति को किसी चौराहे या पेड़ के नीचे लावारिस रखने के बजाय ध्यान और सम्मान के साथ विसर्जित किया जाना चाहिए। यदि मूर्ति एक फोटो फ्रेम में लगी है और वह टूट जाती है, तो उसे फ्रेम और कांच से हटा देना चाहिए और फोटो को विसर्जित कर देना चाहिए। अगर आप ऐसी फोटो को हटाती नहीं हैं तो इसे ठीक करके ही घर पर रखें।
Conclusion – Sai Bavani in Hindi PDF
दोस्तों मेरा नाम अनुज है और मैं इस प्रकार के कई अन्य भक्ति भाव से संबंधित अलग-अलग चीजें इस वेबसाइट पर अपलोड करता रहता हूं मुझे उम्मीद है कि आप लोगों ने साईं बाबा की साईं बावनी को सुना होगा और साईं बावनी की 52 स्तुतियों को भी पढ़ा होगा
भगवान से प्रार्थना करता हूं कि आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो और आप जो भी अपने जीवन में पाना चाहते हैं उसे पा सके और दोस्तों अगर आप लोगों ने अभी तक Sai Bavani in Hindi PDF डाउनलोड नहीं किया है तो डाउनलोड बटन पर क्लिक करके उसे डाउनलोड कर लीजिए और उसका रोजाना अध्ययन कीजिए इससे आपके जीवन में चमत्कारिक प्रभाव देखने को मिलेंगे.