
क्या आप Krishna Chalisa Pdf Download करना चाहते हैं और कृष्णा चालीसा Pdf का पाठ करके भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करना चाहते हैं यदि हां तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए क्योंकि आज के इस पोस्ट के माध्यम से मैं आपको Krishna Chalisa Pdf उपलब्ध कराने वाला हूं.
आज के समय में दुनिया भर में भगवान श्री कृष्ण के भक्त कोने-कोने में देखने को मिल जाते हैं उनके भक्त उन्हें अनेक अलग-अलग नामों से पुकारते हैं जैसे घनश्याम, गोपाल, श्याम, नंदलाल, यशोदानंदन, गिरधर, मुरारी आदि.
हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण का अत्यधिक विशेष स्थान है भगवान श्री कृष्ण के भक्त यदि श्री कृष्ण चालीसा का पाठ करते हैं तो भगवान श्री कृष्ण उनकी मनोकामना को पूर्ण करते हैं और उनके जीवन को सुख में बनाते हैं
यदि आप Krishna Chalisa Pdf डाउनलोड कर के पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके आप डाउनलोड कर सकते हैं
इसके अलावा यदि आप श्री कृष्ण चालीसा पढ़ना चाहते हैं तो नीचे पूरी श्री कृष्ण चालीसा लिखी हुई है आप यहां से इसका पाठ कर सकते हैं
PDF Name | श्री कृष्ण चालीसा | Shri Krishna Chalisa PDF |
Pages | 7 |
Size | 0.57 MB |
Language | Hindi |
Category | Religion & Spirituality |
Source | Fullformsinhindi |
Download Link | Available |
Quality | Best |
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Krishna Chalisa Pdf In Hindi
भगवान श्री कृष्ण हिंदू धर्म में अपना एक अहम स्थान रखने के अलावा उनकी कई सारी ऐसी कहानियां हैं जो सच में किसी को भी अचंभा में डाल सकती हैं भगवान श्रीकृष्ण ने ही संपूर्ण गीता कार ज्ञान दिया है इसके अलावा उन्होंने बताया है यदि कोई मनुष्य अपनी पूरी श्रद्धा प्रेम से उनकी भक्ति करता है तो वह उनकी संपूर्ण इच्छा को पूर्ण करते हैं.
और उनके जीवन में सुख शांति समृद्धि सभी चीजों से भर देते हैं और उनकी सभी मनोकामना को पूर्ण करते हैं भगवान श्री कृष्ण के भक्त हमेशा उनकी भक्ति में लीन रहते हैं और अपने आप को उनके लिए ही समर्पित कर देते हैं.
भगवान श्री कृष्ण की व्यक्ति ही नहीं बल्कि महिलाएं भी उनकी बहुत ही बड़ी बात होती हैं मैं उनकी भक्ति में इस प्रकार से लिंग हो जाती है कि वह अपना घर-परिवार छोड़कर मंदिरों में अपना निवास बना लेती हैं.
इसका सबसे बड़ा उदाहरण है इस कौन यह संस्था आज के समय में सिर्फ भारत में ही नहीं दुनिया के अलग-अलग देशों में फैल चुकी है और भगवान श्री कृष्ण के करोड़ों भक्त भी बन चुके हैं.
भगवान श्री कृष्ण के भक्तों का सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि वह भगवान के द्वारा कही गई गीता के ज्ञान को संपूर्ण संसार में पहुंचाएं जिससे सभी लोग इस ज्ञान का इस्तेमाल अपने जीवन को संवारने के लिए और अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों से लड़ने के लिए इस्तेमाल कर सकें.
यदि कोई भक्त श्री कृष्ण चालीसा का पाठ करता है तो उसे भगवान श्री कृष्ण बहुत ही जल्द प्रसन्न हो जाते हैं इसके साथ-साथ श्री कृष्ण चालीसा में 40 छंद होते हैं चीन का पाठ करने से मनुष्य के घर में सुख शांति और समृद्धि आती है.
कृष्ण चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान कृष्ण पर आधारित है कृष्ण चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है कई लोग जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को यह समर्पित करते हैं.
Krishna Chalisa Pdf in Hindi | कृष्ण चालीसा Pdf इन हिंदी
॥ दोहा ॥
बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम।
अरुण अधर जनु बिम्बा फल,पिताम्बर शुभ साज॥
जय मनमोहन मदन छवि,कृष्णचन्द्र महाराज।
करहु कृपा हे रवि तनय,राखहु जन की लाज॥
॥ चौपाई ॥
जय यदुनन्दन जय जगवन्दन।जय वसुदेव देवकी नन्दन॥
जय यशुदा सुत नन्द दुलारे।जय प्रभु भक्तन के दृग तारे॥
जय नट-नागर नाग नथैया।कृष्ण कन्हैया धेनु चरैया॥
पुनि नख पर प्रभु गिरिवर धारो।आओ दीनन कष्ट निवारो॥
वंशी मधुर अधर धरी तेरी।होवे पूर्ण मनोरथ मेरो॥
आओ हरि पुनि माखन चाखो।आज लाज भारत की राखो॥
गोल कपोल, चिबुक अरुणारे।मृदु मुस्कान मोहिनी डारे॥
रंजित राजिव नयन विशाला।मोर मुकुट वैजयंती माला॥
कुण्डल श्रवण पीतपट आछे।कटि किंकणी काछन काछे॥
नील जलज सुन्दर तनु सोहे।छवि लखि, सुर नर मुनिमन मोहे॥
मस्तक तिलक, अलक घुंघराले।आओ कृष्ण बांसुरी वाले॥
करि पय पान, पुतनहि तारयो।अका बका कागासुर मारयो॥
मधुवन जलत अग्नि जब ज्वाला।भै शीतल, लखितहिं नन्दलाला॥
सुरपति जब ब्रज चढ़यो रिसाई।मसूर धार वारि वर्षाई॥
लगत-लगत ब्रज चहन बहायो।गोवर्धन नखधारि बचायो॥
लखि यसुदा मन भ्रम अधिकाई।मुख महं चौदह भुवन दिखाई॥
दुष्ट कंस अति उधम मचायो।कोटि कमल जब फूल मंगायो॥
नाथि कालियहिं तब तुम लीन्हें।चरणचिन्ह दै निर्भय किन्हें॥
करि गोपिन संग रास विलासा।सबकी पूरण करी अभिलाषा॥
केतिक महा असुर संहारयो।कंसहि केस पकड़ि दै मारयो॥
मात-पिता की बन्दि छुड़ाई।उग्रसेन कहं राज दिलाई॥
महि से मृतक छहों सुत लायो।मातु देवकी शोक मिटायो॥
भौमासुर मुर दैत्य संहारी।लाये षट दश सहसकुमारी॥
दै भिन्हीं तृण चीर सहारा।जरासिंधु राक्षस कहं मारा॥
असुर बकासुर आदिक मारयो।भक्तन के तब कष्ट निवारियो॥
दीन सुदामा के दुःख टारयो।तंदुल तीन मूंठ मुख डारयो॥
प्रेम के साग विदुर घर मांगे।दुर्योधन के मेवा त्यागे॥
लखि प्रेम की महिमा भारी।ऐसे श्याम दीन हितकारी॥
भारत के पारथ रथ हांके।लिए चक्र कर नहिं बल ताके॥
निज गीता के ज्ञान सुनाये।भक्तन ह्रदय सुधा वर्षाये॥
मीरा थी ऐसी मतवाली।विष पी गई बजाकर ताली॥
राना भेजा सांप पिटारी।शालिग्राम बने बनवारी॥
निज माया तुम विधिहिं दिखायो।उर ते संशय सकल मिटायो॥
तब शत निन्दा करी तत्काला।जीवन मुक्त भयो शिशुपाला॥
जबहिं द्रौपदी टेर लगाई।दीनानाथ लाज अब जाई॥
तुरतहिं वसन बने ननन्दलाला।बढ़े चीर भै अरि मुँह काला॥
अस नाथ के नाथ कन्हैया।डूबत भंवर बचावत नैया॥
सुन्दरदास आस उर धारी।दयादृष्टि कीजै बनवारी॥
नाथ सकल मम कुमति निवारो।क्षमहु बेगि अपराध हमारो॥
खोलो पट अब दर्शन दीजै।बोलो कृष्ण कन्हैया की जै॥
॥ दोहा ॥
यह चालीसा कृष्ण का,पाठ करै उर धारि।
अष्ट सिद्धि नवनिधि फल,लहै पदारथ चारि॥
कृष्ण चालीसा पूजा विधि
यदि आप भगवान श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कृष्ण चालीसा पूजा विधि का ध्यान रखना चाहिए इससे आप इस पाठ का अधिक से अधिक लाभ उठा सकेंगे और भगवान श्री कृष्ण जी आपसे प्रसन्न होंगे
- कृष्ण चालीसा का पाठ सुबह के समय करना शुभ माना जाता है.
- कृष्ण चालीसा का पाठ सुबह स्नान करने के बाद ही करना चाहिए.
- इसके बाद एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर वहां पर भगवान श्री कृष्ण की कोई मूर्ति या फिर फोटो रखनी चाहिए.
- फिर भगवान की शान में धूप दीप या फिर अगरबत्ती जलानी चाहिए जिससे वहां का वातावरण शुद्ध हो सके.
- इसके बाद अपने ही मन में संकल्प लें कि आप श्री कृष्ण चालीसा का पाठ पूरे मन और श्रद्धा के साथ करेंगे.
- इसके बाद में श्री कृष्ण भगवान को गंगाजल और पंचामृत से स्नान कर आइए यदि पंचामृत नहीं है तो आप गंगाजल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
- इसके बाद में आपको पूरी श्रद्धा के साथ में श्री कृष्ण चालीसा का पाठ प्रारंभ कर देना है.
- जैसे ही चालीसा का पाठ संपन्न हो जाए फिर आप श्री कृष्ण जी की आरती भी कर सकते हैं जैसे यह आरती संपन्न होती है उसके बाद आपको माखन मिश्री का भोग लगाना है और घर में तथा आसपास के लोगों में प्रसाद का वितरण भी करना है.
- इस प्रकार से श्री कृष्ण चालीसा पूजा विधि संपन्न होती है.
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श्री कृष्ण चालीसा के लाभ | Shri Krishna Chalisa Benefits
यदि आप श्री कृष्ण चालीसा का पाठ करते हैं तो आपको निम्नलिखित लाभ होते हैं
- श्री कृष्ण चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में सुख शांति बनी रहती है.
- यदि किसी प्रेमी युगलों में प्रेम संबंध में किसी भी प्रकार की बाधाएं आ रही हैं और वह सही नहीं हो रही है तो वह श्री कृष्ण चालीसा का पाठ करके इन सभी संबंधों में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकते हैं और एक सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं.
- इस पाठ के करने से मनुष्य के जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयां, क्लेश, लड़ाई झगड़े दूर हो जाते हैं और सभी प्रेम भाव से रहने लगते हैं.
- जो स्त्रियां गर्भवती होती है वह अगर टिकट चालीसा का पाठ करते हैं तो उनकी संतान रूपवान हुआ गुणवान प्राप्त होती है.
- जो लोग मानसिक रूप से पीड़ित होते हैं सदैव चिंतित रहते हैं ज्यादा सोचते रहते हैं और उनके जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा होता है यदि वह कर चालीसा का पाठ करते हैं तो उनके मन को शांति और जो भी वह करना चाहते हैं वह अपने कार्य में सफल होते हैं.
- इस पाठ को करने से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामना को पूर्ण करते हैं.
Krishna Chalisa Pdf Download
दोस्तों यदि आप Krishna Chalisa Pdf Download करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको बहुत ही आसानी से नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके इसे अपने फोन कंप्यूटर लिया फिर टैबलेट में डाउनलोड कर लेना है और जैसे आप से डाउनलोड कर लेते हैं वैसे ही आप ही से बिना इंटरनेट की सुविधा के बीच जब चाहे तब पढ़ सकते हैं और कृष्ण चालीसा का पाठ करके अपने मनोवांछित फल को प्राप्त कर सकते हैं.