
अकबरनामा: क्या आप Akbarnama in Hindi PDF Free Download करन चाहते हैं और उसे पढ़कर अकबर के बारे में वो चीज़े जानना चाहते हैं जो ज्यादातर लोगों को नहीं पता तो आप बिलकुल सही जगह पर हौं क्योकि आज की इस पोस्ट के माध्यम से मैं आपको Akbarnama in Hindi PDF Free Download करने की डायरेक्ट लिंक देने वाला हूँ जिसपर क्लिक करके आप उसे डाउनलोड कर सकते हैं.
इसके अलावा यहाँ पर आपको अकबरनामा के महत्व और अकबरनामा की तीन भागों के बारे में भी बताएँगे और आपको अकबर की आत्मकथा के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी तो इस लेख को ध्यान से पढ़ें चलिए शुरू करते हैं.
Sr. No. | Headings | Details |
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1 | किताब का नाम | अकबरनामा |
2 | भाषा | हिंदी |
3 | लेखक | अबुल फजल |
4 | Size | 8 MB |
5 | उपयोगी | इतिहास को समझने में |
6 | कैटेगरी | History |
7 | My Website Name | Fullformsinhindi.net |
Akbarnama in Hindi PDF
अकबर का पूरा नाम जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर यह नसीरुद्दीन के पुत्र थे यह सिर्फ 13 वर्ष की उम्र में 1956 में राजा के पद को ग्रहण किया और इस प्रकार से अकबर के जीवन की शुरुआत हुई अपने पिता की मृत्यु के बाद अपनी राज गद्दी संभालने के अलावा इन्होंने अपने साम्राज्य को बहुत ही शक्तिशाली और महान बनाया
जिसको बनाने के लिए उनको कई सारे युद्ध लड़े पड़े और लड़ के उनको जीता और आज इसी वजह से अकबर का इतना नाम है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अकबर दुनिया का एक ऐसा राजा है जिसने सबसे ज्यादा वक्त तक राज किया है.
अकबरनामा एक बहुत ही प्रसिद्ध पुस्तक है इसको अकबर के समय में अकबर के दरबारी के साथ मिलकर अबुल फजल के द्वारा लिखा गया था इस पुस्तक में अकबर के बारे में वह बातें लिखी हैं जो शायद ही किसी को पता इस वजह से अगर आप लोग अकबर के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको अकबरनामा जरूर पढनी चाहिए.
अकबरनामा हिंदी PDF Download
अकबरनामा एक प्राचीन पुस्तक जिसको अकबर के दोस्त अबुल फजल अल्लानी के द्वारा एक दरबारी के साथ मिलकर लिखी गई थी अकबरनामा का मतलब होता है अकबर का इतिहास मतलब अकबरनामा में अकबर के संपूर्ण जीवन में जो भी घटनाएं घटित हुई उनको एक साथ मिलाकर अकबरनामा में लिखा गया है
अकबरनामा अकबर को इतना पसंद आई कि कंपनी को अपने नौ रत्नों में शामिल कर लिया और उनको दरबार में बैठाया करते थे[Akbarnama in Hindi PDF Free Download]
अकबरनामा के महत्व?
अकबरनामा मुगल सम्राट अकबर के जीवन और शासन के बारे में लिखी गई एक महत्वपूर्ण इतिहास है। यह विस्तृत रूप से उनके जीवन के अंतर्गत घटित घटनाओं को दर्शाता है जो उनके समय में घटे। इस पुस्तक में अकबर के राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन के विस्तृत विवरण के साथ-साथ उनकी विचारधारा, शासन और नैतिकता के बारे में भी बताया गया है।
अकबरनामा एक इतिहास ग्रंथ होने के साथ-साथ एक सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्य भी है। इसमें मुगल सम्राट के समय की संस्कृति, समाज और लोकतंत्र की जानकारी होती है। यह पुस्तक भारतीय इतिहास, संस्कृति और समाज के विकास को समझने में मदद करती है।
इसके अलावा, अकबरनामा का महत्व उसमें उपलब्ध विवरणों की गुणवत्ता में भी होता है। इसमें इतिहास, संस्कृति और समाज के विभिन्न पहलुओं के बारे में उपयोगी जानकारी होती है जो अन्य इतिहास ग्रंथों में नहीं होती।
अकबरनामा के तीन भाग?
अकबरनामा को तीन खंडों में बांटा गया है जिसमें पहला खंड तैमूर के परिवार के इतिहास के बारे में और दूसरा खंड बाबर और हुमायूं के गौरवशाली राजशाही की विस्तार से व्याख्या करता है और तीसरे भाग में अकबर के जन्म से लेकर उनके द्वारा लड़े गए सत्रहवे युद्ध तक उनके शासनकाल और दिल्ली के सुर सुल्तानों के बारे में है अकबरनामा दुसरे खंड में अकबर के 18 वर्ष के शासन काल के इतिहास का विस्तृत जानकारी प्रदान करता है इसी वर्ष के दौरान अबुल फज़ल अल्लामी की मृत्यु हो गई और पुस्तक की लिखावट वहीं पर बंद कर दी गयी.[Akbarnama in Hindi PDF Free Download]
अकबर की आत्मकथा
अकबर की आत्मकथा के रूप में उनके अकबरनामा में विस्तृत वर्णन है। इसमें उन्होंने अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया है।
उनकी आत्मकथा में उन्होंने अपने बचपन से लेकर सम्राट बनने तक के जीवन की कहानी बताई है। उन्होंने अपने पिता वाली शक्ति के साथ अपने विवाह के बारे में भी बताया है।
उन्होंने अपनी सेना और शासन के विस्तार के बारे में भी बताया है। उनकी आत्मकथा में उन्होंने अपनी संघर्षों, विजयों और हारों के बारे में भी बताया है।
अकबर की आत्मकथा एक महत्वपूर्ण इतिहास है जो उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को बताती है। इससे हमें उनके संघर्षों, विजयों और हारों से समझने का मौका मिलता है जो उन्होंने अपने जीवन में अनुभव किए थे।[Akbarnama in Hindi PDF Free Download]
Akbarnama Vol 1 PDF in Hindi Download
क्या आपको पता है की अकबरनामा के पहले खंड में क्या वर्णित किया गया है? यदि नही तो अब उसी के बारे में बात करते हैं.
अकबरनामा के पहले खंड में मुगल सम्राट अकबर के जन्म, उनके परिवार, बचपन की घटनाएं, उनकी शिक्षा और उनके पास सेना और शासन की विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तृत वर्णन किया गया है।
इस खंड में उनके पिता हुमायूँ के शासन के बारे में भी बताया गया है। अकबर के बचपन की कुछ घटनाओं के बारे में भी इस खंड में बताया गया है, जैसे कि उनकी रानी दाइया के साथ उनकी भविष्यवाणी और एक घटना जिसमें उन्होंने एक हिरण को मारा था।
अकबर के शिक्षा के बारे में भी इस खंड में बताया गया है। उन्हें बाल विद्या से लेकर दीनी शिक्षा तक की शिक्षा दी गई थी। उन्होंने राजनीतिक और सामाजिक जीवन में भी व्यापक रूप से शिक्षा प्राप्त की थी।
इस खंड में अकबर की सेना और शासन की विभिन्न पहलुओं के बारे में भी बताया गया है। उन्होंने अपनी सेना को मजबूत बनाने के लिए उन्हें अलग-अलग प्रकार की ट्रेनिंग दी गई थी।
उन्होंने अपनी सेना को बढ़ाने के साथ ही उन्होंने अपने साम्राज्य के विभिन्न हिस्सों में जनता के लिए न्याय प्रणाली की स्थापना की थी। उन्होंने बड़ी संख्या में पुलिस वालों और जासूसों को भी तैनात किया था।
अकबर के पहले खंड में उनके सम्राट बनने की शुरुआत के बाद की संघर्षों के बारे में भी बताया गया है। उन्होंने अपने शासन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न राज्यों के साथ संघर्ष किया था। इस खंड में उनकी एक ऐसी जीत के बारे में भी बताया गया है जब उन्होंने हेमू राज्य को अपने शासन में कर लिया था।
अकबरनामा के पहले खंड में उनकी समग्र व्यक्तित्व के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है जो उनके बाद में आने वाले मुगल सम्राटों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बना।[Akbarnama in Hindi PDF Free Download]
Akbar nama in Hindi Pdf
अकबर के द्वारा 1956 में राजगद्दी पर बैठने के बाद उन्होंने अपने जीवन में कई सारे युद्ध लडे उनमें से ज्यादातर जीते और कुछ हारे भी इसी बीच उन्होंने समाज को सुधारने का भी प्रयास किया जिसके बारे मे अकबरनामा में बहुत ही विस्तार में जानने को मिलता है कि उन्होंने कितने युद्ध कहां-कहां पर लड़े और उन्होंने किस प्रकार की परिस्थितियों का सामना किया.
अकबर धर्म के बारे में कई विचार रखते थे और सभी लोगों को एक ही धर्म में लाना चाहते थे वे जानते थे कि धर्म लोगों को बाटता है उस समय जो भी धर्म थे उनसे अलग हटकर अकबर ने एक नया धर्म दीन ए इलाही की स्थापना की
और वे चाहते थे कि सभी लोग इसमें शामिल हो जाए जिससे सब आपस में मिलकर रह सके लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ हिंदू धर्म के बीरबल को छोड़कर बाकी किसी ने भी इस धर्म को नहीं अपनाया
इस प्रकार की बहुत सारी जानकारी अकबरनामा नहीं जाने को मिलती है
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Akbarnama in Hindi Pdf – FAQs
अकबरनामा कितने खंडों में विभाजित है?
अकबरनामा के तीन भाग हैं जिसमें से तीसरे भाग को ‘आईन-ए-अकबरी’ कहते हैं। प्रथम भाग में अकबर के पूर्वजों तथा उसके आरंभिक जीवन का वर्णन है। दूसरा भाग अकबर काल के घटनाक्रमों से संबंधित है।
अकबर को अकबर महान क्यों कहा जाता है?
अकबर को उनकी कई उपलब्धियों के कारण “महान” की उपाधि दी गई थी, जिसमें भारतीय उपमहाद्वीप में मुगल शासन को समेकित करने वाले नाबाद सैन्य अभियानों के रिकॉर्ड शामिल थे।
अकबर किस से डरता था?
अकबर राणा की तलवार बहुत डरता था वह अपने सपनो में भो राणा नाम से चौंक जाता था. अकबर इतना सहमा हुआ था कि उसने अपनी राजधानी पहले लाहौर और बाद में राणा की मृत्यु के बाद आगरा ले जाने का फैसला किया।
अकबर की पत्नी कितनी थी?
अकबर की 300 पत्नियां थी. जिनमे से सभी को शाही अधिकार नहीं मिले थे. इनमें 35 ही ऐसी थीं जिनको ये अधिकार मिले हुए थे
निष्कर्ष
दोस्तों आज मैंने इस लेख के माध्यम से आपको Akbarnama in Hindi PDF Free Download उपलब्ध कराया है इसको पढ़कर आप अकबर के इतिहास के बारे में जान सकते हैं और अकबरनामा से बहुत ही महत्वपूर्ण चीजें लिखी हैं जो अबुल फजल द्वारा लिखी गई है इससे आपको अकबर की ऐसी चीजों के बारे में पता चलेगा जो शायद ही आपने पहले कभी सुना हो और दोस्तों यहां पर आपको बहुत सारी अकबर से संबंधित है जानकारी मिलेगी
अगर आपने अभी तक Akbarnama in Hindi PDF Free Download नहीं किया है तो ऊपर दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके इसे डाउनलोड कर सकते हैं यदि आपको डाउनलोड करने में कोई समस्या है तो आप नीचे कमेंट्स बता सकते हैं मैं जवाब जरूर दूंगा.